इश्क़ शायरी हिन्दी मे | 299+ BEST Ishq Shayari in Hindi
Ishq Shayari in Hindi - Read Best Ishq Shayari in Hindi For Girlfriend, इश्क़ शायरी उर्दू, सच्चा इश्क़ शायरी, इश्क़ शायरी दो लाइन, अधूरा इश्क़ शायरी, इश्क़ शायरी रेख़्ता, रूहानी इश्क शायरी, सूफी इश्क शायरी, इश्क़ शायरी ग़ालिब And Share On Your Social Media Like Facebook, WhatsApp And Instagram.
=> 01 - टॉप Ishq Shayari in Hindi With Images
प्यार लिखने के लिए प्यार
का होना बहुत जरूरी है।
बिना जहर का स्वाद पिए
कोई कैसे बता सकता है?
इबादत ए इश्क बस इतना है तु रहे
सदा पास मेरे मै रहू सदा एहसासो मे तेरे!
*
यह वही है जो मुझे जीवन पर गर्व करता है,
आपने मुझे बहुत देर कर दी है
प्यार से कोई तरकीब करते हो तो
मुझमें हारने की हिम्मत है।
इक बात कहूँ इश्क़ बुरा तो नहीं मानोगे,
बड़ी मौज के थे दिन, तुमसे पहचान से पहले।
इश्क़ वही है जो हो एकतरफा हो
इज़हार ऐ इश्क़ तो ख्वाहिश बन जाती है
है अगर मोहब्बत तो आँखों में पढ़ लो
ज़ुबान से इज़हार तो नुमाइश बन जाती है!
फरवरी की एक सर्द शाम और साथ तुम्हारा हो
काश कुछ पल ही सही ख़्वाब ये सच हमारा हो!
*
बादशाह थे हम अपनी मिजाज ए मस्ती के
इश्क़ ने तेरे दीदार का फ़क़ीर बना दिया!
नशा है इश्क़ खता है इश्क़
क्या करें यारो बड़ा दिलकश है इश्क़!
दिल की आवाज़ को इज़हार कहते है
झुकी निगाह को इकरार कहते है
सिर्फ़ पाने का नाम इश्क़ नही
कुछ खोने को भी प्यार कहते हैं!
सुना है हश्र हैं उस की ग़ज़ाल सी आँखें
सुना है उस को हिरन दश्त भर के देखते हैं!
=> 02 - Ishq Shayari in Hindi For Girlfriend
मैं आदत हूँ उसकी वो ज़रूरत है मेरी
मैं फरमाइश हूँ उसकी वो इबादत है मेरी
इतनी आसानी से कैसे
निकल दू उसे अपने दिल से
मैं ख्वाब हूँ उसका वो हक़ीक़त है मेरी !!
इश्क़ में भी कोई अंजाम हुआ करता है
इश्क़ में याद है आग़ाज़ ही आग़ाज़ मुझे!
*
मन में छुपे राज़ बताऊ कैसे
तुम्हे अपना करीब लावू कैसे
दिल के अरमान दिल में रेह न जाए कभी
चाहत अपनी तुज पर जताऊ भी तो कैसे!
तुम चाहो अगर तो लिख दो
इश्क़ मेरी तकदीर में
तुमसे खूबसूरत इबादत तो
जन्नत में भी नही!
चर्चे किस्से नाराजगी आने दो मुझको इश्क़ में
और इश्क़ को मुझमें मशहूर हो जाने दो!
साथ देना चाहते है आप की हर राह मे
जिंदगी जीना चाहते है
आप की बाहों मे बन जाना साँसे हमारी ओर
कर देना एहसान इतना जो हो
हमारा प्यार सच्चा इस दुनिया मे !
मै खुद लिखता हूँ मोहब्बत
तुम आइने को संवार लो
मै अपनी खुशबु बिखेर देता हूँ
तुम अपनी जुल्फों को सवार लो !
*
जिसे इश्क़ का तीर कारी लगे
उसे ज़िंदगी क्यूँ न भारी लगे !
ज़मीन से आसमान तक
इश्क़ का ही बोल बाला है
इश्क़ के करने का लेकिन
सभी का ढंग निराला है!
खुदा तू इश्क न करना
वरना बहुत पछतायेगा
हम तो मर के तेरे पास आयेंगे
तू कहाँ जायेगा!
-
सुनो मुझे इश्क़ हुआ है
दूर रहना तुम हमसे सुना है
ये मर्ज छूने से बढ़ जाता है !
=> 03 - इश्क़ शायरी उर्दू
इश्क का रोग है जाता नहीं कसम से
गले में डालकर सारे ताबीज देखे मैंने!
-
अजब चिराग हूँ दिन रात जलता रहता हूँ
थक गया हूँ मैं हवा से कहो बुझाए मुझे।
*
हुस्न की मल्लिका हो या साँवली सी सूरत…!!
इश्क अगर रूह से हो तो
हर चेहरा कमाल लगता है…!!
-
दिल इश्क से
बंधा हुआ एक
जिद्दी परिंदा है !
उम्मीदों से ही घायल है
उम्मीदों पर ही जिंदा !!
आज कोई गज़ल तेरे नाम ना हो जाए
आज कही लिखते लिखते शाम ना हो जाए!
-
ना आह सुनाई दी ना तड़प दिखाई दी….!!
बर्बाद हो गए तेरे इश्क में
हम बड़ी खामोशी के साथ….!!
*
इश्क़ इक भारी पत्थर है
कब ये तुझ ना तवाँ से उठता है!
-
आग थे इब्तिदा ए इश्क़ में हम
अब जो हैं ख़ाक इंतिहा है ये!
वो कहते है भूल जाओ पुरानी बातों को…..
कोई उसे समझाये कि इश्क़ कभी पुराना नहीं होता..||||
-
तेरी बातों में जिक्र मेरा….
मेरी बातों में जिक्र तेरा….
अजब सा ये इश्क हैं….
ना तु मेरी ना मैं तेरा
=> 04 - सच्चा इश्क़ शायरी
किसी ने पूछा कभी इश्क हुआ था
हम मुस्कुरा के बोले आज भी है!
-
कितनी मासुम है दिल की
ख्वाहिश…….
इश्क भी करना चाहता है और
खुश भी रहना चाहता है…..!
*
प्यार करना सीखा है नफरतो का कोई ठौर नही
बस तु ही तु है इस दिल मे दूसरा कोई और नही
-
मोहब्बत नही थी तो एक
बार समझाया तो होता…
बेचारा दिल तुम्हारी
ख़ामोशी को इश्क़ समझ बैठा..!!
इश्क़ है या कुछ और ये तो
पता नहीं पर जो तुमसे है
वो किसी और से नही!
-
झुका ली उन्होंने नज़रे जब
मेरा नाम आया
इश्क़ मेरा नाकाम ही
सही पर कही तो काम आया
*
सोच कर पांव डालना
इसमें इश्क दरिया नहीं दलदल है!
-
मुक़म्मल इश्क़ तो इबादत है
बस करते चले जाना है!
बरबाद कर देती है मोहब्बत
हर मोहब्बत करने वाले को
इश्क़ हार नही मानता और
दिल बात नही मानता..!!
-
किसी को इश्क़ की अच्छाई ने मार डाला,
किसी को इश्क़ की गहराई ने मार डाला,
करके इश्क़ कोई ना बच सका,
जो बच गया उससे तन्हाई ने मार डाला.
=> 05 - इश्क़ शायरी दो लाइन
लफ़्ज़ों से तुम मेरी तारीफ कर लो
इश्क हम तेरी आंखो में ढूँढ लेंगे!
-
तू यकीन करें या ना करें….
तेरे साथ से मैं सवर गई….
तेरे इश्क के जूनून मे……
मैं सारी हदों से गुजर गई.
*
साहिब ए अकल हो तो एक मशविरा तो दो
एहतियात से इश्क करुं या इश्क से एहतियात!
-
तेरे ख़त में इश्क की गवाही आज भी है,
हर्फ़ धुंधले हो गए पर स्याही आज भी है।।
ऐ इश्क!!
तेरा वकील बनके बुरा किया मैंने
.
यहां हर शायर तेरे खिलाफ सबूत लिए बैठा है
-
इश्क़ के चर्चे भले ही सारी दुनिया में होते होंगे,
पर दिल तो ख़ामोशी से ही टूटते हैं….!!!!
*
कोई समझे तो एक बात कहूँ
इश्क़ तौफ़ीक़ है गुनाह नहीं!
-
गलत सुना था कि,
इश्क़ आँखों से होता हे
दिल तो वो भी ले जाते है,
जो पलके तक नही उठाते हे
क्या कहूँ तुमसे मैं क्या है इश्क
जान का रोग है बला है इश्क!
-
राह ए दूर ए इश्क़ में रोता है क्या
आगे आगे देखिए होता है क्या!
=> 06 - अधूरा इश्क़ शायरी
कत्ल किया था जिसने मेरी मासूम मुहब्बत का
वो बा-इज़्ज़त बरी है
और हम इश्क़ करके सारे शहर के गुनहगार हो गये
-
तुम्हारे इश्क़ का मौसम
हर मौसम से सुहाना होता है !
*
जरुरी तो नहीं, हर चाहत का मतलब इश्क हो,
कभी कभी कुछ अनजान रिश्तों के लिए भी…
दिल बेचैन हो जाता है…!!!!
-
इश्क़ नाज़ुक मिज़ाज है बेहद
अक़्ल का बोझ उठा नहीं सकता!
^
इन आँखो में कैद थे गुनाह ए
इश्क कि सजा के बेहिसाब आंसु….
तेरी यादों ने आकर उनकी जमानत कर दी….
-
सितारों से आगे जहाँ और भी हैं
अभी इश्क़ के इम्तिहाँ और भी हैं!
*
चाहने की वजह कुछ भी नहीं ,
बस इश्क
की फितरत है, बे- वजह होना… . !!
-
सच्चे इश्क में अल्फाज़ से ज्यादा..!
एहसास की एहमियत होती है…!।
^
इश्क़ ने ग़ालिब निकम्मा कर दिया
वर्ना हम भी आदमी थे काम के!
-
इश्क़ ने ग़ालिब निकम्मा कर दिया
वर्ना हम भी आदमी थे काम के!
=> 07 - इश्क़ शायरी रेख़्ता
इश्क में इसलिए भी धोखा खानें लगें हैं लोग,
दिल की जगह जिस्म को चाहनें लगे हैं लोग.
-
इश्क़ पर ज़ोर नहीं है ये वो आतिश ग़ालिब
कि लगाए न लगे और बुझाए न बने !
*
आधे से कुछ ज्यादा है,
पूरे से कुछ कम…
कुछ जिंदगी… कुछ गम,
कुछ इश्क… कुछ हम…
-
इश्क़ अगर ख़ाक ना करे
तो ख़ाक इश्क़ हुआ !
^
हम इस कदर तुम पर मर मिटेंगे
तुम जहाँ देखोगे तुम्हे हम ही दिखेंगे!
-
इश्क कर लीजिए बेइंतेहा किताबो से..
एक यही ऐसी चीज़ है
जो अपनी बातों से पलटा नही करती.
*
इश्क़ का रोग भला कैसे पलेगा मुझ से
क़त्ल होता ही नहीं यार अना का मुझ से !
-
इश्क ने कब इजाजत ली है आशिकों से
वो होता है और हो कर ही रहता है !
^
प्यार का पहला इश्क़ का दूसरा
मोहब्बत का तीसरा अक्षर अधूरा होता है
इसलिए हम तुम्हे चाहते है
क्योंकि चाहत का हर अक्षर पूरा होता है ।?
-
हर वक़्त फ़िराकमें रहता है ये मेरा इश्क़
तुमसे मिलने को कहता है !
=> 08 - रूहानी इश्क शायरी
शमा जली है मोहब्बत की परवाने पास आएंगे
माशूक निकले हैं सज धज कर
अब इश्क़ का माहोल बनाएंगे !
-
अगर आप इन खुबसूरत टेक्स्ट मेसेजेस को
pictures के रूप में डाउनलोड
करना चाहते हैं तो यहाँ क्लिक करें.
*
इस कदर ये इश्क़ ऐसी साजिशें रचता है
कि मेरे चेहरे में उसका चेहरा दिखता है !
-
इश्क की गहराईयों में खूबसूरत क्या है
एक मैं हूँ एक तुम हो और ज़रुरत क्या है !
^
इश्क ओर दोस्ती मेरे दो जहान है,
इश्क मेरी रुह, तो दोस्ती मेरा ईमान है,
इश्क पर तो फिदा करदु अपनी पुरी जिंदगी,
पर दोस्ती पर, मेरा इश्क भी कुर्बान है
-
लिखने को हर दिन आधा इश्क़ लिखता हूँ
तुम आओगे तभी तो पूरा होगा !
*
इश्क सूफी है ना मुफ्ती है ना आलीम है
ये जालीम है बहूत जालीम है फकत जालीम है
-
तेरे इश्क़ में हर इम्तिहान दे देंगे
हमे है तुमसे मोहब्बत
सारी दुनिया से कह देंगे !
^
ऐ इश्क मुझे अब और जख्म चाहिये…!!
मेरी शायरी मे अब वो बात नही रही…!!
-
राख से भी आएगी खुशबू मोहब्बत की
मेरे खत तुम सरे आम जलाया ना करो !
=> 09 - रूहानी इश्क शायरी
इश्क़ है तो शक कैसा
अगर नहीं है तो फिर हक कैसा..?
-
जाने कब उतरेगा क़र्ज़ उसकी मोहब्बत का . .
हर रोज आँसुओं से इश्क की किस्त भरते हैँ
*
अपनों की महफिल में गैर भी
हैं इश्क के दुश्मन
और भी हैं मैं तो चाहता हूँ
आपको मगर आपके चाहने
वाले और भी हैं !
-
इश्क़ ने हमे बेनाम कर दिया,
हर खुशी से हमे अंजान कर दिया,
हमने तो कभी नही चाहा की हमे
भी मोहब्बत हो,
लेकिन तुम्हारी एक नज़र ने
हमे नीलाम कर दिया…
^
कोहरा सा बनकर मेरे दिल पे छा गए हो
तुम्हारे सिवाय कुछ दिखता ही नहीं !
-
रब ना करें इश्क की कमी किसी
को सताए प्यार करो उसी से
जो तुम्हें दिल की हर बात बताए
*
इश्क की गहराईयों में..
खूबसूरत क्या है..!!
एक मैं हूँ, एक तुम हो
और ज़रुरत क्या है..!!
-
इश्क की गहराईयों में..
खूबसूरत क्या है..!!
एक मैं हूँ, एक तुम हो
और ज़रुरत क्या है..!!
^
इश्क में जिसने भी बुरा हाल बना रखा है,
वही कहता है अजी इश्क में क्या रखा है !
-
बरसों से कायम है इश्क़ अपने उसूलों पर,
ये कल भी तकलीफ देता था
ये आज भी तकलीफ देता है.
=> 10 - इश्क़ शायरी ग़ालिब
इश्क का दस्तूर ही ऐसा है
जो इस को जन लेता है
ये उसकी जन लेता है
-
कुछ तो शराफत सीख ले,
ऐ इश्क़ शराब से………..!!
बोतल पे लिखा तो होता है,
मैं जानलेवा हूँ………….!!
*
खुशबू से है वो जब आसपास भी नहीं होते
फिर भी महसूस होते है।
-
मेरे इश्क़ से मिली है ,,
तेरे हुस्न को ये शौहरत ,
तेरा ज़िक्र ही कहाँ था
मेरी दीवानगी से पहले ,,
^
मेरे इश्क़ से मिली है ,,
तेरे हुस्न को ये शौहरत ,
तेरा ज़िक्र ही कहाँ था
मेरी दीवानगी से पहले ,,
-
इश्क ने हमसे कुछ ऐसी साजिशें रची हैं,
मुझमें मैं नहीं हूँ अब बस तू ही तू बसी है।
*
इश्क है वही जो हो एक तरफा;
इजहार है इश्क तो ख्वाईश बन जाती है;
है अगर इश्क तो आँखों में दिखाओ;
जुबां खोलने से ये नुमाइश बन जाती है।
-
इश्क है वही जो हो एक तरफा;
इजहार है इश्क तो ख्वाईश बन जाती है;
है अगर इश्क तो आँखों में दिखाओ;
जुबां खोलने से ये नुमाइश बन जाती है।
^
शायरी उसी के लबों पर सजती है साहिब
जिसकी आँखों में इश्क़ रोता हो
-
भटक जाते हैं लोग अक्सर
इश्क़ की गलियों में,
इस सफर का कोई इक
नक्शा तो होना चाहिए।
Recommended Posts :
Thanks For Read इश्क़ शायरी हिन्दी मे | 299+ BEST Ishq Shayari in Hindi. Please Check New Updates On Shayari777 Blog For Get Fresh New Hindi Shayari, English Shayari, Love Shayari, Sad Shayari, Motivational Shayari, Attitude Shayari And All Type Shayari Poetry.
No comments:
Post a Comment