बेटी पर शायरी हिन्दी मे | 99+ BEST Daughter Shayari in Hindi
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=> 01 - टॉप Daughter Shayari in Hindi With Images
जरूरी नही रौशनी चिरागों से ही हो
बेटियाँ भी घर में उजाला करती हैं
जरूरी नही रौशनी चिरागों से ही हो
बेटियाँ भी घर में उजाला करती हैं
*
हमेशा खुद को मजबूत दिखाते है पापा
बिदाई के समय ऐसा लगा जैसे
जी भर कर रोना चाहते है पापा
बेटी होने का कर्ज चुकाया
अब बहू होने का फर्ज निभा रही है
आज भी कहीं किसी कोने में वो
छुपकर अपने सारे ख़्वाब छुपा रही है
बेटे अक्सर चले जाते हैं माँ-बाप का दिल तोड़कर
बेटियाँ तो गुजारा कर लेती हैं टूटी पायल जोड़कर
माँ-बाप का हमेशा ख्याल बेटियां रखती है
फिर क्यों परी-सी बेटी कोख में ही मरती है
*
माँ जन्म देती है
दादी कहानी सुनाती है
बहन राखी बांधती है
पत्नी जीवनभर साथ निभाती है
नारी के बिना जिंदगी कहाँ होती है
ना जाने ये कैसे लोग है
जो बेटियों को कोख में ही मरवाते है
ऐसा लगता है ऐसे गिरे हुए लोग
किसी पुरूष की कोख से जन्म लेकर आते है
हर शख़्स मुझे जिंदगी जीने का
सलीका सिखाता है
कैसे कहूँ इक ख़्वाब अधूरा है मेरा
वरना जीना तो मुझे भी आता है
हर शख़्स मुझे जिंदगी जीने का
सलीका सिखाता है
कैसे कहूँ इक ख़्वाब अधूरा है मेरा
वरना जीना तो मुझे भी आता है
=> 02 - Father Daughter Shayari in Hindi
बेटी हो या बहू अपनी मुस्कान से
घर में उजाला कर देती है
सारे गमों को अपने दामन में समेट कर
खुशियों से वो आंगन भर देती है
बेटी जिस घर जन्म लेती है
खुशियों से उसे भर देती है
हलकी सी मुस्कान से अपने सारे दर्द हर लेती है
*
क्यों ऐसे मायूस और कमजोर बनी हुई है
उठ खड़ी हो नारी तेरे साथ खड़ी है ये दुनिया सारी
बेटी हूँ आपकी अब पत्नी का
फर्ज निभाने जा रही हूँ मैं
एक अंजान रिश्तें के ख़ातिर
आपका दामन छोड़ कर जा रही हूँ मैं
मुस्कुराता देख बेटी को मैंने पूछ लिया?
कहने लगी पापा ने मुझको बेटा कहा है
बेटे भाग्य से होते हैं
पर बेटियाँ सौभाग्य से होती हैं
*
मुझे पापा से ज्यादा शाम अच्छी लगती हैं
क्योकि पापा तो सिर्फ खिलौने लाते हैं
पर शाम तो पापा को लाती हैं
बेटियों के पास भी पंख होते है
कभी उनके अरमान देखों
एक मौका और थोड़ा सा हौसला दो
फिर उसकी ऊँची उड़ान देखो
पराया होकर भी कभी पराई नही होती
शायद इसलिए
कभी पिता से हँसकर बेटी की बिदाई नही होती
-
हर परिवार के कुल को बढ़ाती है बेटियां
फिर भी पैरों तले कुचल दी जाती है बेटियां
=> 03 - पापा बेटी शायरी
बेटा अंश हैं तो बेटी वंश हैं
बेटा आन हैं तो बेटी शान हैं
-
सब ने पूछा बहु दहेज़ में क्या-क्या ले आई
किसी ने ना पूछा बेटी क्या-क्या छोड़ आई
*
बेटी है कुदरत का उपहार
जीने का इसको दो अधिकार
-
धन पराया होकर भी बेटी होती नहीं पराई
इसीलिए बिन रोये माँ-बाप बेटी की करते नहीं विदाई
बेटी भार नही है आधार जीवन हैं उसका अधिकार
शिक्षा हैं उसका हथियार बढ़ाओ कदम करो स्वीकार
-
खुद की बहन-बेटी को इज्जत से देखने वाले
दूसरों के बहन-बेटियों की इज्जत के बनों रखवाले
*
मानवता का खून जो कोख में बहाओगे
बेटियां नहीं होंगी तो बहू कहाँ से लाओगे
-
माँ-बाप के जीवन में ये दिन भी आता हैं
जिगर का टुकड़ा ही एक दिन दूर हो जाता हैं
बेटी बचाओ और जीवन सजाओ
बेटी पढ़ाओ और ख़ुशहाली बढ़ाओ
-
मैं कली हूँ तुम्हारे घर की मुझे क्यूं बढ़ने नहीं देते
चलता है तुम्हारा वंश मुझसे मुझे क्यूँ पढ़ने नहीं देते
=> 04 - बेटी पर मोटिवेशनल शायरी in Hindi
हर बेटी की यही कहानी है
शादी के बाद कई नये रिश्तें निभानी है
-
लड़कियों के अरमानों को चूल्हें में झोकने की
अब तुम्हारी औकात नहीं होगी इन्हें रोकने की
*
बधाई हो
साथ में अपने खुशियों की सौगात लाई है
नन्ही सी परी आज तुम्हारे घर पर आई है
-
बेटियाँ सब के मुक़द्दर में कहाँ होती हैं
घर खुदा को जो पसंद आये वहाँ होती हैं
किस्मत वाले है वो लोग जिन्हें बेटियां नसीब होती है
ये सच है कि उन लोगों को रब की मोहब्बत नसीब होती है
-
अहसासों की सेज सजी है यादो का फ़साना है
अपने घर को छोड़कर साजन के घर जाना है
*
जागरूक बनिए, सोच बदलिये और यही है सही
जो पैसे मांगते है उन्हें भीख दीजिये बेटी नहीं
-
वो लड़के अपनी पुरषार्थ को क्या दिखा पाएंगे
जो लड़कियों को इज्जत से नहीं देख पाएंगे
बेटी हूँ इसलिए गर्भ में ही मेरा कत्ल कर दिया
ना जाने क्यों खुदा ने तुम्हे माँ बनने का हक दिया
-
किस्मत वाले है वो लोग जिन्हें बेटियां नसीब होती है
ये सच है कि उन लोगों को रब की मोहब्बत नसीब होती है
=> 05 - पापा बेटी शायरी इमेज
बेटियां दिल में बसकर धड़कनों को धड़काती है
और माँ-बाप के जीने की वजह बन जाती हैं
-
बेटियों की बदौलत ही आबाद है घर-परिवार
अगर न होती बेटियाँ तो थम जाता यह संसार
*
बेटी के दिल में माँ-बाप के तस्वीर बड़े होते हैं
क्योंकि हर सुख-दुःख में बेटी के साथ खड़े होते हैं
-
बेटी को मत समझो भार
जीवन का हैं ये आधार
माँ-बाप की एक आह पर छुप-छुप कर रोती है बेटियां
फिर भी आज के दौर में गर्भ में जान खोती है बेटियां
-
क्या कहती हो ठहरो नारी संकल्प अश्रु-जल-से-अपने
तुम दान कर चुकी पहले ही जीवन के सोने-से-सपने
*
लक्ष्मी का वरदान हैं बेटी
धरती पर भगवान हैं बेटी
-
दहेज़ जैसे बुरे रस्मों-रिवाज और यह दुनियादारी
वरना किस माँ-बाप को अपनी बेटी नहीं होती है प्यारी
बेटी की हर ख्वाहिश पूरी नहीं होती
फिर भी बेटिया कभी भी अधूरी नहीं होती
-
जिस घर मे होती है बेटियां रौशनी हरपल रहती है वहां
हरदम सुख ही बरसे उस घर मुस्कान बिखेरे बेटियां जहाँ
=> 06 - बेटी पर शायरी रेख़्ता
बिटिया मेरी कहती बाहें पसार उसको चाहिए बस प्यार-दुलार
उसकी अनदेखी करते हैं सब क्यों इतना निष्ठुर ये संसार
-
तकलीफ़ कितनी भी हो उफ़ नहीं कहती
ऐसा दर्द तो केवल बेटी ही है सहती
*
बेटियों से ही सृष्टि है ये भेष है
फिर क्यों बेटियों से इतना द्वेष है
-
अगर बेटी की शादी न हो उसकी रजा से
तो बेटी की जिंदगी कम नहीं होती है किसी सजा से
^
मातृशक्ति यदि नही बची तो
बाकी यहाँ रहेगा कौन ?
प्रसव वेदना, लालन-पालन
सब दुःख-दर्द सहेगा कौन ?
मानव हो तो दानवता को
त्यागो फिर ये उत्तर दो इस
नन्ही से जान के दुश्मन को
इंसान कहेगा कौन ?
-
महक, मोहब्बत और बेटियाँ
कब वहाँ रूकती जहाँ वो पलती हैं
घर में संगीत बजता है हर पल
बेटियाँ पाज़ेब पहनकर चलती हैं
रौनक़ घर में बेटियों से ही होती है
मौजूदगी से वो घरों को रोशन करती हैं
*
एक मीठी सी मुस्कान हैं बेटी
यह सच है कि मेहमान हैं बेटी
उस घर की पहचान बनने चली
जिस घर से अनजान हैं बेटी
-
चेहरे पर आती है एक अलग ही मुस्कान
जब बेटी बढ़ाती है माता-पिता की शान
अपनी मंजिल की ओर बढ़ने का मिला तुम्हें सम्मान
तुम से ही बनी रहेगी तुम्हारे माता-पिता की पहचान
^
फूलों सी कोमल हृदय वाली होती हैं बेटियाँ
माँ बाप की एक आह पर ही रोती हैं बेटियाँ
भाई के प्रेम में खुद को भुला देती हैं अक्सर
फिर भी आज गर्भ में जान खोती हैं बेटियाँ
-
बिटिया मेरी कहती बाहें पसार
उसको चाहिए बस प्यार-दुलार
उसकी अनदेखी करते हैं सब
क्यों इतना निष्ठुर ये संसार
=> 07 - बेटी पर स्टेटस
कोई नजराना देता है कोई सम्मान देता है
मगर बेटी का बाप जो कन्यादान देता है
न कोई दान है ऐसा चाहे कितना भी हो पैसा
इक बेटी का बाबुल तुम्हें अपनी जान देता है
-
बिन बिटिया के कैसे बसेगा घर–परिवार
कैसे आएगी खुशियाँ कैसे बढेगा संसार
गर्भ से लेकर यौवन तक बस
उस पर लटक रही है हरदम तलवार
*
ख़ुश्बू बिखेरती फूल है बेटी
इंद्रधनुष का सुंदर रूप है बेटी
सुरों को सुंदर बनाने वाली साज है बेटी
हकीकत में इस धरती का ताज है बेटी
-
ये आंधियां अब मेहरबान नहीं होगी
दिए की लौ को बढ़ाना होगा
इससे पहले की सारी कश्तियां
डूब जाएँ बेटियों को बचाना होगा
^
हर दिल को छु जाये वो हैं बेटी
माता पिता के लिये शान हैं बेटी
भाइयो की पेहचांन हैं बेटी
सब काम मे आगे हैं बेटी
-
खिलती हुई कलियाँ हैं बेटियाँ
माँ-बाप का दर्द समझती हैं बेटियाँ
घर को रोशन करती हैं बेटियाँ
लड़के आज हैं तो आने वाला कल हैं बेटियाँ
*
ईश्वर की अनुकम्पा से ये सौभाग्य मिला,
एक नन्हीं सी परी का मुझे साथ मिला,
यही साथ चाहिए मुझे, जब-जब मैं इस दुनिया में आऊं,
तूं मेरी बेटी बने और मैं तेरा पापा कहलाऊं।
-
पलकों को आंसुओं की भनक न कभी लगने देंगें,
ग़मों को तेरी खबर न कभी लगने देंगें,
इसी तरह मुस्कुराये मेरी बच्ची हमेशा,
तेरी खुशियों को किसी की नज़र न कभी लगने देंगें।
^
जैसे खिले फूल बगिया में,
तुम आ खिली मेरे अंगना में,
महके जैसे खुशबू फूलों की,
जीवन मेरा महकाती खुशबू बिटिया की।
-
नन्हीं-नन्हीं, प्यारी-प्यारी है मेरी बेटी,
घर के कोने-कोने की रोशनी है मेरी बेटी।
खुशनसीब हूँ मैं जो आँगन में है मेरी बेटी,
हमारी तमाम खुशियों की जननी है मेरी बेटी.
=> 08 - बेटी दिवस पर शायरी
बेटी, तुम मेरी जिंदगी की मिठास हो
तुम्हारी मुस्कुराहट ही मेरी ताकत है
तुम हंसती हो तो जहान हंसता है
यूं ही हंसती, मुस्कुराती रहो,
जिंदगी की मिठास हमेशा बनी रहे।
-
सारे जहां की खुशियाँ मैं तुझ पर लुटा दूं,
जिस राह से तूं गुज़रे वहां फूल बिछा दूं,
होगी विदा तूं जब भी मेरे आँगन से “बेटी”,
ख्वाहिश है यही ज़मीं से लेकर पूरा आसमां सजा दूं।
*
ऐ-खुदा, मैं तेरा शुक्रिया बार-बार करती हूँ,
अपनी बिटिया से मैं बहुत प्यार करती हूँ,
रखना तूं उसे सलामत जब तक ये चाँद तारे हैं,
बस यही दुआ मैं तुझसे हज़ार बार करती हूँ।
-
यूं तो हर दिन खास है,
जो मेरा परिवार मेरे साथ है,
पर आज मुझे कुछ कहना है,
मेरी बेटी मुझे गर्व है आप पर
और बेशुमार प्यार है।
^
बेटी जन्म पर रोक न लगाओ,
बेटी पैदा होने की खुशिया मनाओ !
-
पूरे घर की “जान” होती हैं बेटियाँ,
दो कुलों की “मान” होती है बेटियाँ।
*
बेटी की हर ख्वाहिश कभी पूरी नहीं होती,
फिर भी बेटियाँ कभी अधूरी नहीं होती।
-
वो शाख है न फूल, गर तितलियाँ न हों,
वो घर भी कोई घर है, जहाँ बच्चियाँ न हों।
^
बेटियां सभी के नसीब में कहाँ होती हैं,
घर खुदा को जो पसंद आ जाये, वहाँ होती हैं।
-
जरूरी नही रौशनी चिरागों से ही हो,
बेटियाँ भी घर में उजाला करती हैं।
=> 09 - बेटी की मुस्कान कविता
बेटियाँ सब के मुक़द्दर में कहाँ होती हैं,
घर खुदा को जो पसंद आये वहाँ होती हैं।
-
बेटा अंश हैं तो बेटी वंश हैं,
बेटा आन हैं तो बेटी शान हैं।
*
बेटी पानी है बेटा प्यास है
बेटी आश है बेटा विश्वास है
-
सबसे जुदा, सबसे महान होती हैं बेटी..
हम सबकी शान होती हैं बेटी..
^
सीता, सावित्री, दुर्गा की प्रतिरूप हैं बेटी..
लक्ष्मी, सरस्वती, राधा का रूप हैं बेटी..
-
सबका सम्मान होती हैं बेटी..
मां-बाप का अभिमान होती हैं बेटी..
*
देवी का रूप देवो का मान है बेटी..
घर को जो रोशन करे वो चिराग होती है बेटी..
-
लक्ष्मी का वरदान है बेटी..
धरती पर भगवान है बेटी..
^
बेटी से ही आबाद हैं, सबके घर-परिवार,
अगर न होती बेटियाँ थम जाता संसार !!
-
जैसे संत, पुरूष को पावन कुटिया देता है,
गंगा जल धारण करने को लुटिया देता है,
जिस पर लक्ष्मी, दुर्गा, सरस्वती की कृपा हो,
उसके घर में ऊपर वाला बिटिया देता है।
=> 10 - बेटी पर कुछ सुंदर लाइनों in English
सूने दिन भी दोस्तों, त्यौहार बनते हैं,
फूल भी हंसकर, गले का हार बनते हैं,
टूटने लगते है सारे बोझ से रिश्ते,
बेटियां होती है तो परिवार बनते हैं।
-
मेंहदी कुमकुम रोली का त्यौहार नहीं होता,
रक्षाबन्धन के चन्दन का प्यार नहीं होता,
उसका आंगन एकदम, सूना सूना रहता है,
जिसके घर में बेटी का अवतार नहीं होता।
*
बेटियां होती हैं जिंदगी में बहुत खास,
उनके साथ अनोखा होता है एहसास,
हर किसी को होना चाहिए इन पर नाज़,
क्योंकि बेटी है जीवन का साज।
-
बेटी बिना नहीं सजता घरौंदा,
बेटी ही है संस्कारों का परिंदा।
अगर दोगे उसे भी खुला आसमान,
तो बेटी भी बढ़ाएगी परिवार का नाम।
^
जिस घर मे होती हैं बेटियां
रौशनी हरपल रहती है वहां
हरदम सुख ही बरसे उस घर
मुस्कान बिखेरे बेटियां जहाँ.
-
बिटियां नहीं होती बेटों से कम,
जब वो भरती हैं दम।
जिन्होंने समझा उन्हें कम,
एक हुंकार से निकाल दे दम।
*
सम्मान होती है बेटियां, दुलार होती हैं बेटियां
चाय की चुस्की की मधुर मिठास होती है बेटियां
करें यदि कोई इनकी अपमान कभी – भी
हर ज़र्रे-ज़र्रे से निकलती वो तूफान होती हैं बेटियां….।।
-
प्यार होती है बेटियाँ, इमान होती हैं बेटियां
दूर रहकर भी माँ-बाप की जान होती है बेटियां
दुःख दर्द सहकर, लबों से मुस्कुराकर
विश्वभर में खुशियों के सौगात को बिखेरती है बेटियां….।।
^
खिलती हुई कलियां है बेटियां,
मां-बाप का दर्द समझती हैं बेटियां,
घर को रोशन करती हैं बेटियां,
लड़के आज हैं तो आने वाला कल हैं बेटियां।
-
“वो आँखों में चमक वो मुस्कान बहुत निराला था, ऐसी हँसी देखि तो हजार बार थी मगर ये लाखों में भी सबसे प्यारा था.
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