गम शायरी हिन्दी मे | 299+ BEST Gam Shayari in Hindi
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=> 01 - टॉप Gam Shayari in Hindi With Images
एक नया दर्द मेरे दिल में जागा कर चला गया,
कल फिर वो मेरे शहर में आकर चला गया,
जिसे ढूढ़ते रहे हम लोगो की भीड़ में,
मुझ से वो अपने आप छुपा कर चला गया.
एक नया दर्द मेरे दिल में जागा कर चला गया,
कल फिर वो मेरे शहर में आकर चला गया,
जिसे ढूढ़ते रहे हम लोगो की भीड़ में,
मुझ से वो अपने आप छुपा कर चला गया.
*
एक नया दर्द मेरे दिल में जागा कर चला गया,
कल फिर वो मेरे शहर में आकर चला गया,
जिसे ढूढ़ते रहे हम लोगो की भीड़ में,
मुझ से वो अपने आप छुपा कर चला गया.
कभी जो कहते थे तुम्हे कभी ना रोने देंगे,
आंसू भरी आंख लेकर तुझे कभी सोने देंगे,
आखिर वहीं हमारी आंख का आंसू बन गए,
जो कहते थे तुमको कभी खोने ना देंगे.
न तस्वीर है तुम्हारी जो दीदार किया जाये,
न तुम हो मेरे पास जो प्यार किया जाये,
ये कौन सा दर्द दिया है तुमने ऐ सनम,
न कुछ कहा जाये न तुम बिन रहा जाये.
कितना दर्द भरा था उनका मुझे छोड़ के जाना,
सुना भी कुछ नहीं और कहा भी कुछ नहीं,
कुछ इस तरह बरबाद हुए उनकी मोहब्बत में,
लौटा भी कुछ नहीं और बचा भी कुछ नहीं
*
हक़ीक़त जान लो जुदा होने से पहले,
मेरी सुन लो अपनी सुनाने से पहले;
ये सोच लेना भुलाने से पहले,
बहुत रोयी हैं ये आँखें मुस्कुराने से पहले.
हर पल यही सोचता रहा,
के कहा कमी रह गयी थी मेरी चाहत में;
उसने इतनी शिदत्त से मेरा दिल तोड़ा,
के आज तक नहीं संभल पाए.
दुआ करना दम भी उसी तरह निकले,
जिस तरह तेरे दिल से हम निकले.
जा और कोई दुनिया तलाश कर,
ऐ इश्क़ में तो अब तेरे क़ाबिल नहीं रहे.
=> 02 - Gam Shayari in Hindi for Girlfriend
वो जिसे समझते थे ज़िन्दगी,
मेरी धड़कनों का फरेब था;
मुझे मुस्कुराना सिखा के,
वो मेरी रूह तक रुला गए.
चाह थी हर खुशी नसीब हो;
हर मंज़िल दिल के करीब हो;
वाहा ख़ुदा भी क्या करे;
जहाँ इंसान ही बदनसीब हो.
*
टूटे हुए ग्लास में कभी जाम नहीं आता;
ऐ-दिल तोड़ने वाले सोच ज़रा;
टुटा हुआ दिल किसी के काम नहीं आता.
क्यों मेरा नसीब मुझसे खफा हो जाता है,
जिसको भी अपना मानो बेवफा हो जाता है,
मेरी नज़रों को रात से शिकायत ना हो,
सपना नहीं होता पूरा और सवेरा हो जाता है.
फलक में अपनी जनन्तो के सितारे नहीं;
हम उनके है, पर वो हमारे नहीं;
छोटी सी नाव लेकर, उस समुंदर में उतर गए;
जिसमे दूर-दूर तक किनारे नहीं.
वादा हमने किया है, निभाने के लिए;
एक दिल दिया है, एक दिल को पाने के लिए;
पहले तो उन्होंने दिल चुरा लिया;
फिर कहा, मोहब्बत की थी सिर्फ तुम्हे तड़फ़ाने के लिए.
*
मोहब्बत का इशारा याद रहता है;
हर प्यार को अपना प्यार याद रहता है;
दो पल जो गुज़रे प्यार की बाहों मे;
मौत तक वो नज़ारा याद रहता हैं.
तू सुबह की किरण बन कर मुझे सताती है,
मुझे अपने गहरे दुख का एहसास दिलाती है,
कितनी भी कोशिश की तुझे भुलाने की,
तेरी याद फिर भी मुझे बहुत रुलाती है.
मोहब्बत बहुत की हमने तुम से,
लेकिन तुमने धोखे के सिवा कुछ ना दिया,
हमेशा मुझको पराया ही समझा तुमने,
मेरी खुद की ज़िन्दगी से मुझको तनहा कर दिया.
-
दुखो का आसमान मुझ पर टूट पड़ा,
जब तूने मुझे अकेला छोड़ दिया,
दिल तेरे ही प्यार में फिर भी कूद पड़ा,
लेकिन तूने हर बार मुझे इंकार कर दिया.
=> 03 - दूर जाने का गम शायरी
निकले जब आँसू उसकी आँखों से;
तो दिल करता है, दुनिया जला दूँ;
फिर सोचता हूँ, होंगे दुनिया मे उसके कुछ अपने;
कहीं अंजाने में उसे दोबारा ना रुला दूँ.
-
कभी याद है तेरी,कभी बात है तेरी,
मेरी हर बात में तू ही झलकती है,
तू मेरे ख्यालों में बसती है,जज्बातों में आती है,
तू दूर है मुझसे बस इसीलिए ये आंखे नम होती है.
*
जो मेरा था, वो मेरा हो ना पाया;
आँखों मे आंसू थे, पर रो ना पाया;
एक रोज़ उसने कहा, हम मिलेंगे ख्वाबो मे;
और मेरी किस्मत तो देखो, उसी रात मे सो ना पाया.
-
जो मेरा था, वो मेरा हो ना पाया;
आँखों मे आंसू थे, पर रो ना पाया;
एक रोज़ उसने कहा, हम मिलेंगे ख्वाबो मे;
और मेरी किस्मत तो देखो, उसी रात मे सो ना पाया.
तेरी वफा के गम ने मुझे कभी हसने नहीं दिया,
इस दुनिया ने कभी मुझे रोने नहीं दिया,
टूट कर जब मैंने रात पनाह मांगी,
वहां भी तेरी याद ने मुझे रोने नहीं दिया.
-
मिटा कर दूरियों को दिल मे प्यार रखना,
प्यार का ये रिश्ता यूँ ही बरकरार रखना,
अगर किस्मत से हम आपसे बिछड़ भी जाएं,
तो हमारा इंतज़ार आंखों में सजाएं रखना.
*
बारिश का मौसम तेरी याद दिलाता है,
फिर दिल पर दुख का समा छा जाता है,
याद कर के ही तुझे ये दिन गुजरता है,
तेरे ही ख्याल में ये दिल सारी रात जागता है.
-
हम से हमको ही चुरा के ले गए,
दिल से हमारे सारे अरमान ले गए,
ना करना कभी किसी से प्यार,
जो कहते थे अपना वो हमारी ही जान ले गए.
तुझसे बिछड़ने के बाद कभी खुश ना हो पाया मै,
तेरी यादों को दिल से ना मिटा पाया मै,
करना तो चाहता था बहुत कुछ अपने लिए,
फ़ुरसत ना निकाल पाया अपने लिए मै.
-
हर सितम सह कर कितने ग़म छिपाये हमने,
तेरी खातिर हर दिन आँसू बहाये हमने,
तू छोड़ गया जहाँ हमें राहों में अकेला,
बस तेरे दिए ज़ख्म हर एक से छिपाए हमने.
=> 04 - दिल का गम शायरी
दुनिया में किसी से कभी प्यार मत करना,
अपने अनमोल आँसू इस तरह बेकार मत करना,
कांटे तो फिर भी दामन थाम लेते हैं,
फूलों पर कभी इस तरह तुम ऐतबार मत करना.
-
जिंदगी भर दर्द से जीते रहे,
दरिया पास था आंसुओं को पीते रहे,
कई बार सोचा कह दू हाल-ए-दिल उससे,
पर न जाने क्यूँ हम होंठो को सीते रहे
*
कैसे बयान करें आलम दिल की बेबसी का,
वो क्या समझे दर्द आंखों की इस नमी का,
उनके चाहने वाले इतने हो गए हैं अब कि,
उन्हे अब एहसास ही नहीं हमारी कमी का.
-
अपनी आँखों के समंदर में उत्तर जाने दे,
तेरा मुज़रिम हूँ मुझे डूब के मर जाने दे,
ज़ख़्म कितने तेरी चाहत से मिले हैं मुझको,
सोचता हूँ कहूँ तुझसे, मगर जाने दे.
दर्द दे गए सितम भी दे गए,
ज़ख़्म के साथ वो मरहम भी दे गए,
दो लफ़्ज़ों से कर गए अपना मन हल्का,
और हमें कभी ना रोने की कसम दे गए.
-
वक्त नूर को बेनूर कर देता है,
छोटे से जख्म को नासूर कर देता है,
कौन चाहता है अपनों से दूर होना,
लेकिन वक्त सबको मजबूर कर देता है.
*
हर वक़्त तेरे आने की आस रहती है,
हर पल तुझसे मिलने की प्यास रहती है,
सब कुछ है यहाँ बस तू नही,
इसलिए शायद ये जिंदगी उदास रहती है.
-
हर बात में आंसू बहाया नहीं करते,
दिल की बात हर किसी को बताया नहीं करते,
लोग मुट्ठी में नमक लेके घूमते है,
दिल के जख्म हर किसी को दिखाया नहीं करते.
मेरे दिल का दर्द किसने देखा है,
मुझे बस खुदा ने तड़पते देखा है,
हम तन्हाई में बैठे रोते हैं,
लोगों ने हमें महफ़िल में हँसते देखा है.
-
बहुत अजीब हैं ये बंदिशें मोहब्बत की,
कोई किसी को टूट कर चाहता है,
और कोई किसी को चाह कर टूट जाता है.
=> 05 - गम शायरी दो लाइन
इस दिल की दास्ताँ भी बड़ी अजीब होती है,
बड़ी मुस्किल से इसे ख़ुशी नसीब होती है,
किसी के पास आने पर ख़ुशी हो न हो,
पर दूर जाने पर बड़ी तकलीफ होती है.
-
आज फिर तेरी याद आयी बारिश को देख कर,
दिल पे ज़ोर न रहा अपनी बेबसी को देख कर,
रोये इस कदर तेरी याद में,
कि बारिश भी थम गयी मेरी बारिश को देख कर.
*
ग़म इसका नहीं कि तू मेरा न हो सका,
मेरी मोहब्बत में मेरा सहारा ना बन सका,
ग़म तो इसका भी नहीं कि सुकून दिल का लुट गया,
ग़म तो इसका है कि मोहब्बत से भरोसा ही उठ गया.
-
बिन बताये उसने ना जाने क्यों ये दूरी कर दी,
बिछड़ के उसने मोहब्बत ही अधूरी कर दी,
मेरे मुकद्दर में ग़म आये तो क्या हुआ,
खुदा ने उसकी ख्वाहिश तो पूरी कर दी.
जो मेरा था वो मेरा हो नहीं पाया,
आँखों में आंसू भरे थे पर मैं रो नहीं पाया,
एक दिन उन्होंने मुझसे कहा कि,
हम मिलेंगे ख़्वाबों में पर मेरी बदकिस्मती तो देखिये,
उस रात तो मैं ख़ुशी के मारे सो भी नहीं पाया.
-
वो तो अपने दर्द रो-रो कर सुनाते रहे,
हमारी तन्हाईयों से आँखें चुराते रहे,
और हमें बेवफ़ा का नाम मिला,
क्योंकि हम हर दर्द मुस्कुरा कर छिपाते रहे.
*
कभी कभी मोहब्बत में वादे टूट जाते हैं,
इश्क़ के कच्चे धागे टूट जाते हैं,
झूठ बोलता होगा कभी चाँद भी,
इसलिए तो रुठकर तारे टूट जाते हैं.
-
कहाँ कोई ऐसा मिला जिस पर हम दुनिया लुटा देते,
हर एक ने धोखा दिया, किस-किस को भुला देते,
अपने दिल का ज़ख्म दिल में ही दबाये रखा,
बयां करते तो महफ़िल को रुला देते.
तेरी आरज़ू मेरा ख्वाब है,
जिसका रास्ता बहुत खराब है,
मेरे ज़ख्म का अंदाज़ा न लगा,
दिल का हर पन्ना दर्द की किताब है.
-
दर्द है दिल में पर इसका एहसास नहीं होता,
रोता है दिल जब वो पास नहीं होता,
बर्बाद हो गए हम उसके प्यार में,
और वो कहते हैं इस तरह प्यार नहीं होता.
=> 06 - प्यार वाली गम भरी शायरी
जहाँ खामोश फिजा थी, साया भी न था,
हमसा कोई किसी जुर्म में आया भी न था,
न जाने क्यों छिनी गई हमसे हंसी,
हमने तो किसी का दिल दुखाया भी न था.
-
एक लफ्ज़ उनको सुनाने के लिए,
कितने अल्फ़ाज़ लिखे हमने ज़माने के लिए,
उनका मिलना ही मुक़द्दर में न था,
वर्ना क्या कुछ नहीं किया उनको पाने के लिए.
*
न वो सपना देखो जो टूट जाये,
न वो हाथ थामो जो छूट जाये,
मत आने दो किसी को करीब इतना,
कि उसके दूर जाने से इंसान खुद से रूठ जाये.
-
हर ख़ुशी के पहलू हाथों से छूट गए,
अब तो खुद के साये भी हमसे रूठ गए,
हालात हैं अब ऐसे ज़िंदगी में हमारी,
प्यार की राहों में हम खुद ही टूट गए.
^
कांटो सी चुभती है तन्हाई,
अंगारों सी सुलगती है तन्हाई,
कोई आ कर हम दोनों को ज़रा हँसा दे,
मैं रोता हूँ तो रोने लगती है तन्हाई.
-
एक अजीब सा मंजर नज़र आता है,
हर एक आँसूं समंदर नज़र आता है,
कहाँ रखूं मैं शीशे सा दिल अपना,
हर किसी के हाथ मैं पत्थर नज़र आता है.
*
ज़ख्म जब मेरे सीने के भर जाएंगे,
आंसू भी मोती बन के बिखर जाएंगे,
ये मत पूछना किसने दर्द दिया,
वरना कुछ अपनों के सर झुक जाएंगे.
-
वो करीब ही न आये तो इज़हार क्या करते,
खुद बने निशाना तो शिकार क्या करते,
मर गए पर खुली रखी आँखें,
इससे ज्यादा किसी का इंतजार क्या करते.
^
दिल के दर्द छुपाना बड़ा मुश्किल है,
टूट कर फिर मुस्कुराना बड़ा मुश्किल है,
किसी अपने के साथ दूर तक जाओ फिर देखो,
अकेले लौट कर आना कितना मुश्किल है.
-
अनजाने में यूँ ही हम दिल गँवा बैठे,
इस प्यार में कैसे धोखा खा बैठे,
उनसे क्या गिला करें, भूल तो हमारी थी,
जो बिना दिल वालों से ही दिल लगा बैठे.
=> 07 - जिंदगी गम शायरी
दर्द कितना है बता नहीं सकते,
ज़ख़्म कितने हैं दिखा नहीं सकते,
आँखों से समझ सको तो समझ लो,
आँसू गिरे हैं कितने गिना नहीं सकते.
-
वो रात दर्द और सितम की रात होगी,
जिस रात रुखसत उनकी बारात होगी,
उठ जाता हूँ मैं ये सोचकर नींद से अक्सर,
कि एक गैर की बाहों में मेरी सारी कायनात होगी.
*
ज़रा सी ज़िंदगी है, अरमान बहुत हैं,
हमदर्द नहीं कोई, इंसान बहुत हैं,
दिल के दर्द सुनाएं तो किसको,
जो दिल के करीब है, वो अनजान बहुत है.
-
दिल के टूटने से नही होती है आवाज़,
आंसू के बहने का नही होता है अंदाज़,
गम का कभी भी हो सकता है आगाज़,
और दर्द के होने का तो बस होता है एहसास.
^
मेरा ख़याल ज़ेहन से मिटा भी न सकोगे,
एक बार जो तुम मेरे गम से मिलोगे,
तो सारी उम्र मुस्करा न सकोगे.
-
मेरा ख़याल ज़ेहन से मिटा भी न सकोगे,
एक बार जो तुम मेरे गम से मिलोगे,
तो सारी उम्र मुस्करा न सकोगे.
*
न जाने क्यों हमें आँसू बहाना नहीं आता,
न जाने क्यों हाल-ऐ-दिल बताना नहीं आता,
क्यों सब दोस्त बिछड़ गए हमसे,
शायद हमें ही साथ निभाना नहीं आता.
-
हँसते हुए ज़ख्मों को भुलाने लगे हैं हम;
हर दर्द के निशान मिटाने लगे हैं हम;
अब और कोई ज़ुल्म सताएगा क्या भला;
ज़ुल्मों सितम को अब तो सताने लगे हैं हम.
^
खून बन कर मुनासिब नहीं दिल बहे;
दिल नहीं मानता कौन दिल से कहे;
तेरी दुनिया में आये बहुत दिन रहे;
सुख ये पाया कि हमने बहुत दुःख सहे.
-
खून बन कर मुनासिब नहीं दिल बहे;
दिल नहीं मानता कौन दिल से कहे;
तेरी दुनिया में आये बहुत दिन रहे;
सुख ये पाया कि हमने बहुत दुःख सहे.
=> 08 - मोहब्बत का गम शायरी
लिखूं कुछ आज यह वक़्त का तकाजा है;
मेरे दिल का दर्द अभी ताजा-ताजा है;
गिर पड़ते हैं मेरे आंसू मेरे ही कागज पर;
लगता है कि कलम में स्याही का दर्द ज्यादा है.
-
दिल मेरा जो अगर रोया न होता;
हमने भी आँखों को भिगोया न होता;
दो पल की हँसी में छुपा लेता ग़मों को;
ख़्वाब की हक़ीक़त को जो संजोया नहीं होता.
*
हादसे इंसान के संग मसखरी करने लगे;
लफ्ज कागज पर उतर जादूगरी करने लगे;
कामयाबी जिसने पाई उनके घर बस गए;
जिनके दिल टूटे वो आशिक शायरी करने लगे.
-
रोने की सज़ा न रुलाने की सज़ा है;
ये दर्द मोहब्बत को निभाने की सज़ा है;
हँसते हैं तो आँखों से निकल आते हैं आँसू;
ये उस शख्स से दिल लगाने की सज़ा है.
^
रोने की सज़ा न रुलाने की सज़ा है;
ये दर्द मोहब्बत को निभाने की सज़ा है;
हँसते हैं तो आँखों से निकल आते हैं आँसू;
ये उस शख्स से दिल लगाने की सज़ा है.
-
तेरी आरज़ू मेरा ख्वाब है;
जिसका रास्ता बहुत खराब है;
मेरे ज़ख्म का अंदाज़ा न लगा;
दिल का हर पन्ना दर्द की किताब है.
*
जो नजर से गुजर जाया करते हैं;
वो सितारे अक्सर टूट जाया करते हैं;
कुछ लोग दर्द को बयां नहीं होने देते,
बस चुपचाप बिखर जाया करते हैं.
-
मोहब्बत में लाखों ज़ख्म खाये हमने,
अफसोश उन्हें हम पर ऐतबार नहीं,
मत पूछों क्या गुजरती है दिल पर,
जब वो कहते है हमें तुमसे प्यार नहीं है.
^
तेरी आरज़ू मेरा ख्वाब है ऐ सनम
जिसका रास्ता बहुत खराब है,
मेरे ज़ख्म का अंदाज़ा तू न लगा,
दिल का हर पन्ना दर्द की किताब है.
-
जिसकी चोट पर हमने सदा मरहम लगाए,
हमारे वास्ते फिर उसने नए खंज़र मंगाए !!
=> 09 - तेरे जाने का गम शायरी
दिल के टूटने से नही होती है आवाज़,
आंसू के बहने का नही होता है अंदाज़,
गम का कभी भी हो सकता है आगाज़,
और दर्द के होने का तो बस होता है एहसास
-
माना कि ग़म के बाद मिलती है
मुस्कराहटें,लेकिन जियेगा कौन…
तेरी बेरुखी के बाद।
*
अकेला हो गया हूँ इस ज़माने में,
इसलिए डरता हूँ सच बताने में,
ग़म छुपाने की जरुरत अब नहीं पड़ती,
क्यूँ माहिर हो गया हूँ मुस्कुराने में..
-
बेताब सा रहते हैं तेरी याद में अक्सर,
रात भर नहीं सोते हैं तेरी याद में अक्सर,
जिस्म में दर्द का बहाना बना के…..,
हम टूट के रोते हैं तेरी याद में अक्सर…
^
जब किसी से प्यार हद से,
ज्यादा होने लगे तो वो,
प्यार खुशियों की जगह,
गम देने लगता है।
-
देख कर उसको अक्सर हमें एहसास होता है,
कभी कभी ग़म देने वाला भी बहुत खास होता है,
ये और बात है वो हर पल नहीं होता पास हमारे,
मगर उसका दिया ग़म अक्सर हमारे पास होता है।
*
गम इतने मिले कि,
अब दर्द का एहसास नहीं होता।
-
गम इतने मिले कि,
अब दर्द का एहसास नहीं होता।
^
मुझे घमंड था की मेरे चाहने
वाले बहुत है इस दुनिया में,
बाद में पता चला की सब
चाहते है अपनी ज़रूरत के लिए !!
-
कुछ ग़मों का होना भी जरूरी है ज़िन्दगी में,
ज़िंदा होने का अहसास बना रहता है।
=> 10 - गम शायरी हिंदी Copy
कुछ ग़मों का होना भी जरूरी है ज़िन्दगी में,
ज़िंदा होने का अहसास बना रहता है।
-
अब तेरे बिना अकेले रहने को जी करता है,
खामोशी से दर्द पीने को जी करता है.
*
अब तेरे बिना अकेले रहने को जी करता है,
खामोशी से दर्द पीने को जी करता है.
-
र्द की ज़ुबान होती तो बता देते शायद;
वो ज़ख्म कैसे दिखाए जो दिखते नहीं
^
शायद इस दिल को आराम मिले अब मैं
सिर्फ़ यही सोच के आया हूँ मेरे टूटे दिल के
टुकड़ों को,मैं हाथों में उठा के लाया हूँ
-
शिकायत क्या करू दोनों,
तरफ गम का फसाना है,
मेरे आगे मोहब्बत है…
तेरे आगे जमाना है।
*
इस दिल को किसी की आस रहती है,
निगाहों को किसी सूरत की प्यास रहती है,
तेरे बिना किसी चीज़ की कमी तो नही,
पर तेरे बेगैर जिन्दगी बड़ी उदास रहती है..
-
एक वो हैं कि जिन्हें अपनी ख़ुशी ले डूबी
एक हम हैं कि जिन्हें ग़म ने उभरने न दिया
^
एक वो हैं कि जिन्हें अपनी ख़ुशी ले डूबी
एक हम हैं कि जिन्हें ग़म ने उभरने न दिया
-
क्या लिखूँ अपनी जिंदगी के बारे में दोस्तो,
वो लोग ही बिछड़ गए जो जिंदगी हुआ करते थे !!
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