चाहत शायरी हिन्दी मे | 399+ BEST Chahat Shayari in Hindi
Chahat Shayari in Hindi - Read Best Chahat Status Quotes in Hindi, प्यार की चाहत शायरी, मिलने की चाहत शायरी, बेपनाह चाहत शायरी, चाहत शायरी २ लाइन्स, चाहत शायरी फोटो, चाहत शायरी रेख़्ता, मौत की चाहत शायरी, चाहत पर गजल And Share On Your Social Media Like Facebook, WhatsApp And Instagram.
=> 01 - टॉप Chahat Shayari in Hindi With Images
तुम मेरी चाहत ही नहीं, मेरी ज़िन्दगी हो।
तेरे हर गम को अपनी रूह में उतार लूँ। ज़िन्दगी अपनी तेरी चाहत में संवार लूँ।
*
गुस्सा करने के बाद भी कोई तुमसे प्यार करे। तो यही मोहब्बत है यही चाहत है।
अधूरी रहें इश्क की दास्तानँ,, वहीं चाहत कहलाती है। समंदर से मिलनें के बाद तो,,नदी भी समंदर कहलाती है।
तूने देखी कहां,मेरी चाहतों की दुनियां। समंदर इश्क़ का,तेरे लिए अभी सूखा नहीं है।
सनम तेरी नफरत में वो दम नहीं जो मेरी चाहत को मिटा दे। ये मोहब्बत है कोई खेल नहीं जो आज हंस के खेला और कल रो कर भुला दे।
*
सीख जाओ वक्त पर, किसी की चाहत की कदर करना। कहीं कोई थक ना जाये तुम्हें एहसास दिलाते दिलाते।
वक्त चाहत नही होती तो तेरे कर्जदार होते। एक पल के लिए भी हम तलबदार न होते।
मोहब्बत मुझे थी उसी से सनम, यादों में उसकी यह दिल तड़पता रहा। मौत भी मेरी चाहत को रोक न सकी, कब्र में भी यह दिल धड़कता रहा।
तड़प के देखो किसी की चाहत में, तो पता चले कि इंतज़ार क्या होता है। यूँ ही मिल जाये अगर कोई बिना तड़पे, तो कैसे पता चले के प्यार क्या होता है।
=> 02 - Chahat Status Quotes in Hindi
आरजू बस इतनी सी है, जो चाहत थी वो बस एक। बार फिर से मिले यही बस, एक आरजू दिल में बसी है।
एक दिन जब मेरी साँस थम जाएगी, मत सोचना चाहत कम हो जाएगी। फ़र्क सिर्फ़ इतना होगा आज हम आपको याद करते हैं कल मेरी याद आपको रुलाएगी।
*
लम्हों का इश्क नही, सदियों की इबादत है। कैसे करें शिकायत, हर साँस को तेरी चाहत है
वफ़ा का लाज हम वफ़ा से निभाएंगे, चाहत के दीप हम आँखों से जलाएंगे। कभी जो गुज़ारना हो तुम्हे दुसरे रास्तो से, हम फूल बनकर तेरी राहो में बिखर जायेंगे।
मेरा वजूद मिट रहा है इश्क़ में तेरे। अब यह ना कहना की जिस्म की चाहत है मुझे।
मुझे क़ुबूल है तेरी चाहत में, हर दर्द, हर तक़लीफ़। क्या तुझे क़ुबूल है मुहब्बत मेरी?
*
दर्द की चाहत किसे होती है मेरे यारो। ये तो मोहब्बत के साथ मुफ़्त में मिलता है।
कदर कर लो उनकी जो तुम से बिना मतलब की चाहत करते है। दुनिया में ख्याल रखने वाले कम और तकलीफ देने वाले ज्यादा होते है।
इन निगाहों से ओझल न होना, मेरे दिल की इबादत हो तुम। तुम ही तुम हो हर धड़कनों में, इन धड़कनो की चाहत हो तुम।
-
कातिल नजरो से जो कत्ल किया तो इश्क की चाहत उभर आई है। मोहब्बत को छुपालूँ दिल में आँखें तो हरजा़ई है।
=> 03 - प्यार की चाहत शायरी
अकेले वारिस हो तुम। मेरी बेशुमार चाहतों के।
-
आरज़ू मेरी, चाहत तेरी, तमन्ना मेरी, उल्फत तेरी। इबादत मेरी, मोहब्बत तेरी, बस तुझ से तुझ तक है दुनिया मेरी।
*
चाहतो से दिल में गम बहुत हैं, जिन्दगी में मिले जख्म बहुत हैं। मार ही डालती दुनिया कब की हमें, मगर दोस्तों की दुआओं में दम बहुत हैं।
-
किसी के ज़ख़्म पर चाहत से पट्टी कौन बांधेगा। अगर बहनें नहीं होंगी तो राखी कौन बांधेगा?।
अपने होने पर इतना भी ना इतरा। लत हैं तू, चाहत नहीं।
-
टूट सा गया है मेरी चाहतों का वजूद। अब कोई अच्छा भी लगे तो हम इजहार नहीं करते।
*
किसी की चाहत और मोहब्बत पर दिल से यकीं करना। दिल टुटे न उसका इतनी फिक्र करना।
-
तेरी चाहत मेरी आँखों में है, तेरी खुशबू मेरी सांसो में है। मेरे दिल को जो घायल कर जाए, ऐसी अदा सिर्फ तेरी बातो में है।
किसी के पैगाम को ज़रा प्यार से पढ़ा कीजिये। किसी की चाहत का एहसास किया कीजिये।
-
बस एक एहसास की कमी है उसमें। वरना चाहत में बेमिसाल है वो।
=> 04 - मिलने की चाहत शायरी
तुम लाख छुपाओ चेहरे से एहसास हमारी चाहत का। दिल जब भी तुम्हारा धड़का है आवाज़ यहां तक आयी है।
-
हाथ की लकीरें पढने वाले ने तो मेरे होश ही उड़ा दिये। मेरा हाथ देख कर बोला तुझे मौत नहीं किसी की चाहत मारेगी।
*
अगर मेरी चाहतों के मुताबिक, जमाने में हर बात होती। तो बस मैं होता वो होती, और सारी रात बरसात होती।
-
ना चाहतों का ना ही ये दौलतों का रिश्ता है। ये तेरा मेरा तो बस रूह का रिश्ता है।
तेरी चाहत का रंग चढ़ा है मुझ पर। वो उतरे तो खेलूं होली।
-
मुक्कमल इश्क की तलबगार नहीं हैं आँखें। थोड़ा-थोडा ही सही, रोज़ तेरे दीदार की चाहत है।
*
एक तो मेरी चाहत और दुसरा इश्क का बुखार। शहर का तापमान 50 डिग्री ना हो तो क्या हो?।
-
हमारी मुहब्बत में मनमर्जियाँ तुम्हारी हैं। मेरी चाहत की परवाह तुम्हें कहाँ है।
दिल में उसकी चाहत और लबों पे उसका नाम है। वो वफ़ा करे ना करे जिन्दगी अब उसी के नाम है।
-
गम ना कर ज़िंदगी बहुत बड़ी है, चाहत की महफ़िल तेरे लिए सजी है। बस एक बार मुस्कुरा कर तो देख, तक़दीर खुद तुझसे मिलने बाहर खड़ी है।
=> 05 - बेपनाह चाहत शायरी
रंग में तेरे रंग जाने की चाहत, बाँहों में तेरी आ कर थम जाने की चाहत। प्यार कर बेइन्तहा तुझको. है चाहत तेरी बन जाने की चाह।
-
तुझे पाने की उम्मीद नहीं फिर भी इंतज़ार है। चाहत अधूरी ही सही पर तेरे लिए बेशुमार है।
*
कब तलक रहियेगा दूर की चाहत बनकर। दिल में आ जाईये ना इकरार-ए-मोहब्बत बनकर।
-
लबों से चाहत की खुशबू चुरायेगें। बहुत हो गई दूरियाँ चलो अब पास आयेगें।
एक चाहत थी, तेरे साथ जीने की। वरना, मोहब्बत तो किसी से भी हो सकती थी।
-
मेरी चाहत देखनी है तो, मेरे दिल पर अपना दिल रखकर देख। तेरी धडकने न बढ़ जाये दिलबर, तो मेरी महोब्बत ठुकरा देना।
*
तेरी चाहत तो मुक़द्दर है, मिले न मिले। राहत ज़रूर मिल जाती है, तुझे अपना सोच कर।
-
तुम्हारी पसंद हमारी चाहत बन जाऐ, तुम्हारी मुस्कुराहट दिल की राहत बन जाऐ। खुदा खुशियाों से इतना खुश कर दे आपको, कि आपको खुश देखना हमारी आदत बन जाऐ।
धोखा ना देना कि तुझपे ऐतबार बहुत है, ये दिल तेरी चाहत का तलबगार बहुत है। तेरी सूरत ना दिखे तो दिखाई कुछ नहीं देता, हम क्या करें कि तुझसे हमें प्यार बहुत है।
-
इतनी चाहत से न देखा कीजिए महफ़िल में आप। शहर वालों से हमारी दुश्मनी बढ़ जाएगी।
=> 06 - चाहत शायरी २ लाइन्स
गुलाब की खुशबू भी फीकी लगती है, कौन सी खूशबू मुझमें बसा गई हो तुम। जिंदगी है क्या तेरी चाहत के सिवा, ये कैसा ख्वाब आंखों में दिखा गई हो तुम।
-
ना जाने क्यों तुझे देखने के बाद भी। तुझे ही देखने की चाहत रहती है।
*
नज़र मिली और फसाना हो गया. दिल उसकी चाहत का दीवाना हो गया। जब से आए है वो जिन्दगी मे अंदाज हमारा शायराना हो गया।
-
चाहत से फतेह कर लो नजरों से करम फरमाओ। इश्क़ इबादत है मेरी हर दुआ में तुम नज़र आओ।
^
बेखुदी में बस एक इरादा कर लिया। इस दिल की चाहत को हद से ज्यादा कर लिया। जानते थे वो इसे निभा न सकेंगे पर उन्होंने मजाक और हमने वादा कर लिया।
-
इतु सी चाहत. इतु सी ख़ुशी इतु सी ख्वाहिश। इतु सी उमंग. इतु सी तेरी प्यास. और औरऔर ढेर सारी तेरी यादे।
*
सँवर जाऊँ गर तू मेरा हाथ थाम ले, बिखर जाऊँ खुशबू सी गर तू एक बार देख ले। हो जाए मुकम्मल चाहत मेरी भी गर, मेरी बिंदिया और मेहंदी में तू अपना नाम लिख ले।
-
तु भी तलाशे कभी खुद को मुझमे। इस फागुन तेरे रंग में यूं रँगने की फ़क़त चाहत सी हैं।
^
इतनी चाहत के बाद भी तुझे एहसास ना हुआ। जरा देख तो ले दिल की जगह पत्थर तो नहीं।
-
वजूद शीशे का हो तो पत्थरों से मोहब्बत नहीं करते। एहसास-ए-चाहत ना मिले तो हस्ती बिखर जाती है
=> 07 - चाहत शायरी फोटो
हमें शायर समझ के यूं नजर अंदाज न करिये। नजर हम फेर ले तो तेरी चाहतों का बाजार गिर जायेगा।
-
चाहत फिक्र इम्तेहान सादगी वफा। मेरी इन्हीं आदतों ने मुझे मरवा दिया।
*
बड़े ही बेदर्द निकले हमारे चाहने वाले। चाहत के दिए जलाकर अंधेरों की लत लगा दी।
-
मेरी चाहत को मेरे हालात के तराजू में कभी मत तोलना। मैंने वो ज़ख्म भी खाए है, जो मेरी किस्मत में नहीं थे।
^
जहर भी खा लो और मौत भी ना हो। ऐसी चाहत हो तो इश्क कर लो कोई मुझसे।
-
इस महफिल में किसी को महसूस मत होने देना। कि तुम्हारी चाहत से मेरी साँसे चलती है।
*
मैं दिल हुँ, तुम साँसे, मैं जिस्म हुँ। तुम जान, मैं चाहत हुँ, तुम इबादत। मैं नशा हुँ, तुम आदत।
-
बहुत गुमनाम है चाहत के रास्ते। तू भी लापता मैं भी लापता।
^
बनाकर रख लो मुझे कैदी अपनी चाहत का। बिछड़कर तुमसे मुझे जीना नहीं आता।
-
गले लगा कर प्यार से फना कर दो मुझे। मोहब्बत में फिर कोई चाहत ना रहे बाकी।
=> 08 - चाहत शायरी रेख़्ता
एक चाहत होती है जनाब अपनों के
साथ जीने की वरना पता तो हमें भी
है कि ऊपर अकेले ही जाना है।
-
इतनी चाहत से न देखा कीजिए महफ़िल में
आप,शहर वालों से हमारी दुश्मनी बढ़ जाएगी।
*
अगर तुम समझ पाते मेरी चाहत की
इन्तहा तो हम तुमसे नही तुम हमसे
मोहब्बत करते.
-
एक तो मेरी चाहत और दुसरा इश्क का बुखार,
शहर का तापमान 50 डिग्री ना हो तो क्या हो.
^
हमें शायर समझ के यूं नजर अंदाज न
करिये, नजर हम फेर ले तो तेरी चाहतों
का बाजार गिर जायेगा।
-
ना चाहतों का ना ही ये दौलतों का रिश्ता है
ये तेरा मेरा तो बस रूह का रिश्ता है.
*
गले लगा कर प्यार से फना कर दो मुझे
मोहब्बत में फिर कोई चाहत ना रहे बाकी.
-
तेरी चाहत मे हम जमाना भूल गये, किसी
और को हम अपनाना भूल गये, तूम से
मोहब्बत हे साारे जहान को बताया,बस
एक तूझे ही बताना भूल गये.
^
तेरी चाहत मेरी आँखों में है,
तेरी खुशबू मेरी सांसो में है।
मेरे दिल को जो घायल कर जाए,
ऐसी अदा सिर्फ तेरी बातो में है।।
-
काश ये शाम कभी ढले ना,
काश ये शाम मोहब्बत का रुके ना,
हो जाए आज दिल की चाहते सारी पूरी
और दिल की कोई चाहत बचे ना.
=> 09 - मौत की चाहत शायरी
चाहत वो नहीं जो जान देती है
चाहत वो नहीं जो मुस्कान देती है
ऐ दोस्त चाहत तो वो है जो पानी में
गिरा आंसू पहचान लेती हैं.
-
एक अजनबी से मुझे इतना प्यार क्यों है
इंकार करने पर चाहत का इकरार क्यों है
उसे पाना नहीं मेरी तकदीर में शायद
फिर हर मोड़ पे उसी का इंतज़ार क्यों है.
*
बड़े ही बेदर्द निकले हमारे चाहने वाले,
चाहत के दिए जलाकर अंधेरों की लत लगा दी.
-
एक अजनबी से मुझे इतना प्यार क्यों है
इंकार करने पर चाहत का इकरार क्यों है
उसे पाना नहीं मेरी तकदीर में शायद
फिर हर मोड़ पे उसी का इंतज़ार क्यों है.
^
चाहत वो नहीं जो जान देती है
चाहत वो नहीं जो मुस्कान देती है
ऐ दोस्त चाहत तो वो है जो पानी में
गिरा आंसू पहचान लेती हैं.
-
काश ये शाम कभी ढले ना,
काश ये शाम मोहब्बत का रुके ना,
हो जाए आज दिल की चाहते सारी पूरी
और दिल की कोई चाहत बचे ना.
*
तेरी चाहत मेरी आँखों में है,
तेरी खुशबू मेरी सांसो में है।
मेरे दिल को जो घायल कर जाए,
ऐसी अदा सिर्फ तेरी बातो में है।।
-
तेरी चाहत मे हम जमाना भूल गये, किसी
और को हम अपनाना भूल गये, तूम से
मोहब्बत हे साारे जहान को बताया,बस
एक तूझे ही बताना भूल गये.
^
गले लगा कर प्यार से फना कर दो मुझे
मोहब्बत में फिर कोई चाहत ना रहे बाकी.
-
ना चाहतों का ना ही ये दौलतों का रिश्ता है
ये तेरा मेरा तो बस रूह का रिश्ता है.
=> 10 - चाहत पर गजल
हमें शायर समझ के यूं नजर अंदाज न
करिये, नजर हम फेर ले तो तेरी चाहतों
का बाजार गिर जायेगा।
-
एक तो मेरी चाहत और दुसरा इश्क का बुखार,
शहर का तापमान 50 डिग्री ना हो तो क्या हो.
*
अगर तुम समझ पाते मेरी चाहत की
इन्तहा तो हम तुमसे नही तुम हमसे
मोहब्बत करते.
-
इतनी चाहत से न देखा कीजिए महफ़िल में
आप,शहर वालों से हमारी दुश्मनी बढ़ जाएगी।
^
एक चाहत होती है जनाब अपनों के
साथ जीने की वरना पता तो हमें भी
है कि ऊपर अकेले ही जाना है।
-
बिन बात के ही रूठने की आदत है
किसी अपने का साथ पाने की चाहत है
आप खुश रहें मेरा क्या है मैं तो आइना हूँ
मुझे तो टूटने की आदत है।
*
हमारे बाद नहीं आएगा तुम्हें चाहत का
ऐसा मज़ा तुम लोगों से कहते फ़िरोगे
मुझे चाहो उस की तरह !
-
तेरे ख़त की इबारत की मैं स्याही बन गया
होता तो चाहत की डगर का मैं भी राही
बन गया होता !
^
तुझे देखे बिना तेरी तस्वीर बना सकता हूँ
तुझसे मिले बिना तेरा हाल बता सकता हूँ
है मेरी दोस्ती में इतना दम तेरी आँख का
आँसू आपनी आँख से गिरा सकता हूँ !
-
महफ़िल में गले मिल के वो धीरे से कह
गए ये रस्म-ए-अंजुमन है चाहत का गुमाँ
न कर।
Recommended Posts :
Thanks For Read चाहत शायरी हिन्दी मे | 399+ BEST Chahat Shayari in Hindi. Please Check New Updates On Shayari777 Blog For Get Fresh New Hindi Shayari, English Shayari, Love Shayari, Sad Shayari, Motivational Shayari, Attitude Shayari And All Type Shayari Poetry.
No comments:
Post a Comment