सिम्पल शायरी हिन्दी मे | 399+ BEST Simple Shayari in Hindi
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=> 01 - टॉप Simple Shayari in Hindi With Images
सारी दुनिया मुझे बुरा समझती है, तो कोई बात नहीं बस अपने ना समझे वरना मैं टूट जाउंगा।
वो अपनो से झगड़ता फ़िरता है, उसे कहो उससे जाके मिले एक दफ़ा जो अपनो के लिए तरसता है।
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सुना है मुझे खुश देखकर दुनिया दुखी होती है, चलो अब दुनिया को और दुखी करते हैं।
सबने कसम खाई थी मेरी मुझे अपनाने के लिए, मैने कसम खा ली अपनी उनका बन जाने केलिए।
देखो मतलबी लोगों का भीड़ लगा है, बहुत अनुभव के साथ ये बात बोली है।
घर से निकला था कुछ पाने को, शुरुआत अच्छी नहीं थी पर अंत शानदार हुआ।
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हल चल है अब इन हवाओं में, लगता है अब मेरा सुकून दूर जाने वाला है।
हल चल है अब इन हवाओं में, लगता है अब मेरा सुकून दूर जाने वाला है।
कहीं दूर ख्वाबो का बवंडर नजर आ रहा है, ये मेरी आंखे हैं या भ्रम का कुआँ।
ऊंची ईमारत से कुछ नजर आ रहा है, ऊपर देखो तो चाँद निचे देखु तो सैलाब नजर आ रहा है।
=> 02 - Simple Shayari Attitude
नफरतों का सैलाब लेकर किस किनारे जाएंगे, तूफान आएगा प्यार का और तुम मिट जाओगे।
आज फिर वक़्त निकला था मेरे ख्वाहिश पुरे करने की, फिर अचानक ज़िम्मेदारी आड़े आ गयी।
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दिवाली की लाइट सी हो गयी है ज़िन्दगी, साल भर की रोशनी एक दिन में दे जाती है।
ताउम्र मैं रास्ते में रहा लोगो ने सोचा इसका ठिकाना नहीं है, हकीकत तो ये थी की मैं ठिकाना नहीं खुद को खोजने निकला था।
ये रास्ता अजीब सा है मुझसे मेरी रुसवाई नही करता, खामोश था मैं अब मुझसे कोई बात नहीं करता।
तुझमे रहकर बदल से गए हम, वर्तमान में जीके इतिहास हो गए हम।
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ज़ाहिर है कि जीवन थोड़ा कठिन हुआ, पर मेरे हिस्से का पन्ना अभी खतम नहीं हुआ।
आज अचानक से ये कहानी कहाँ से आई, मेरे हिस्से ये रुहानी कहाँ से आई।
पागल कहते थे सब मुझको मैं पागल बनता फ़िरता था, अपनी जीवन कि गाथा को खुद कहता और खुद हि सुनता था।
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पागल कहते थे सब मुझको मैं पागल बनता फ़िरता था, अपनी जीवन कि गाथा को खुद कहता और खुद हि सुनता था।
=> 03 - Simple Shayari 2 Line
चलो अब बहुत हुआ एक किताब लिखते हैं, अपनी कहानी का हर हिसाब लिखते हैं।
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आज वक्त की रुबाई आई है देखो उसकी चिट्ठी आई है।
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आज वक्त की रुबाई आई है देखो उसकी चिट्ठी आई है।
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आज वक्त की रुबाई आई है देखो उसकी चिट्ठी आई है।
आज का दिन बीत गया चलो अब कल की सोचते हैं।
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आज का दिन बीत गया चलो अब कल की सोचते हैं।
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घुटन सीहोने लगी है इस जीवन में, सुना है हर बार मौका मिलता है, इस बार नयी ज़िन्दगी का मौका दे दे मौला।
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नींद नहीं आती मुझे अब रातों में, ये राते बेवफ़ा हो गयी है या ज़िंदगी।
सुकून ढूंढ रहा था मैं किसी गैर की बांह में, सुकून मिला मुझे मेरी बांह में।
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सुकून ढूंढ रहा था मैं किसी गैर की बांह में, सुकून मिला मुझे मेरी बांह में।
=> 04 - Simple Shayari For Love
के अक्सर लिख के मिटा देते हो नाम मेरा, क्या याद में अब नहीं रहा मैं या रटते रहते हो नाम मेरा।
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सुना है दुआ करते हो मेरे लिए, फ़िर से ठगने का ईरादा है क्या? और अब आज़मा चुके हो सबको, फ़िर से मेरी बारी है क्या?
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नादान थी मेरी हरकतें सब कुछ आज़मा लेती थी, अब होशियार हो गयी हैं, पाँव रखने से पहले सोचने लगी हैं अब।
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कौन कहता है कि याद अक्सर अपनों कि आती है, गैर भी याद आते हैं गर उनसे याद जुड़ा हो।
क्यों तू थका सा लगे है, है तू विहंग या ना बची है तुझमे रंग।
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ये ज़िन्दगी बहुत उदासी से भरी है, दिल में अजीब सी हलचल मची है, ये मेरा कूसूर है या ज़िन्दगी इम्तेहान ले रही है!
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राहत कि बात ये है कि अब सपने मैं नींद में नहीं जागते हुए देखता हूँ।
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मरण हमेशा लाजवाब होगा अगर जीवन में रिश्ता बेमिसाल हो।
अब सपने देख लिया है तो पूरा भी कर लो, अभी वक्त है ज़िन्दगी को पूरा जी लो।
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जीने के लिए क्या सोचा है, कर्ज उठाना है या कर्ज देना है।
=> 05 - Simple Shayari in Hindi About Life
ये आंख अब भूल चुकी है तुम्हें, अब यहाँ तुम्हारी कोई जगह नहीं।
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खूली किताब होना चाहते हो या बन्द? चुनना तुम्हें है कि खुद को आज़माना चाहते हो या आज़माने देना चाहते हो।
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कितना गिरोगे और खुद में गर पाप का घड़ा भर गया तो डूब जाओगे।
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दौलत की बात तो ठीक है पर इज़्ज़त का क्या?
घाव पर नमक छिड़कते हो और कहते हो मलहम है।
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ये मेघ तारे भी अब गवाह बन गए ,मानो हर पल दिवाली हो सन्सार में, और एक तेरा मुझसे मिलन भी अनोखा लगा इस प्रबल प्यार में!
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ये मेघ तारे भी अब गवाह बन गए ,मानो हर पल दिवाली हो सन्सार में, और एक तेरा मुझसे मिलन भी अनोखा लगा इस प्रबल प्यार में!
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तुझ बिन दुनिया प्यारी लगती न हो तो वीरानी है, और तेरे बिन ये सारा जीवन केवल सादा पानी है।
तुझ बिन दुनिया प्यारी लगती न हो तो वीरानी है, और तेरे बिन ये सारा जीवन केवल सादा पानी है।
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क्यूं तुझसे दूर मेरी तन्हाई जा रही है, क्यूं न तुझको मेरी याद आ रही है।
=> 06 - Simple शायरी इन हिंदी
के जलती दीपक कि बाती बन, मुझमे उजियाला कर जाओ, और समाकर मन में मेरे अब तुम मेरी बन जाओ।
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आंख से आंसू सूख चुके हैं शिथिल हो गया देखो मन, मंजिल अब भी बाकी है और ताक रहा है देखो मन।
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क्यों मैं खुद से हारा हूँ, क्यों मैं खुद से बेसहारा हूँ, क्यों बेचैनी मुझे सताती है, इस अंधियारे से मुझे डराती है।
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कितना दुख है इस जीवन में, सब कुछ तो अब देख लिया, नराज़ हुआ था मैं दुनिया से, अब खुद से हि मै रूठ गया!
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आज मौसम भी थोडा सर्द है, ये केवल आज कि हि बात नहीं, मेरा तो सदियों पुराना दर्द है!
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सैलाब उनकी आँखों से निकला, और सब्र का बाँध मेरा टूट गया।
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तेरे अलावा पूरी दुनिया पराई लगती है।
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तसल्ली होती है, जब कोई जानकार हमें देख कर मुँह फेरता है।
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मैं आम हूँ, वो ख़ास है। मैं जनता हूँ, वो मेरी अदालत है।
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साथ रहने में मज़ा नहीं आ रहा है तो बिछड़ के देख लो।
=> 07 - Simple Shayari On Life
मैं और तुम में इतना अंतर है कि, तुम अपने लिए जीते हो और मैं तुम्हारे लिए।
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मैं अकेला था तो तुझे मांगता था, तू मिली साथ रहने की कीमत समझ आ गई।
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अँधेरा मन में है और दिए हम घरों में जलाते है।
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अँधेरा मन में है और दिए हम घरों में जलाते है।
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खामोशियाँ भी खामोश हो के मिलती है उनसे इतनी खास है वो।
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आपको धोखा खाने के लिए भी, पहले लोगों को अपना बनाना पड़ता है।
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रास्तों में भटका नहीं हूँ मैं, इतनी जल्दी क्या है, अभी तो घर से निकला हूँ मैं।
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तू कुछ इस कदर है मुझ में समाई, तुझ में ही मुझे मेरी ज़िंदगी नज़र आई।
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मिलने का बहाना ढूंढता हूँ, दोस्ती को रिश्ते में बदलने के लिए।
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खुदकुशी करने की हिम्मत नहीं है मुझ में, बस इंतज़ार हादसा होने का कर रहा हूँ।
=> 08 - Simple Shayari Happy
वजह से नहीं, यहाँ बेवजह छोड़ने का रिवाज है।
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हर कोई किसी न किसी नशे में बेहोश है, यही सब सोचकर हम खामोश है।
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हर कोई किसी न किसी नशे में बेहोश है, यही सब सोचकर हम खामोश है।
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किताबों सा बनों, सब कुछ सीखा कर भी खामोश रहो।
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अगर तुम कुछ सीख सको हमारी किरदार से तो क्या बात हो, अगर मैं बदल सकूँ किसी की ज़िंदगी फिर तो क्या बात हो।
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हर कहानी को लिखने का तरीका ढूंढता हूँ, मैं अपने आप को बदलने का तरीका ढूंढता हूँ।
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मुझे सरेआम ढूंढते हो, मैं खुद ही मिल जाऊँगा पहले थोड़ी पहचान तो होने दो।
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अभी चाँद नहीं निकला, जरा सी शाम होने दो। मैं खुद ही लौट आऊंगा, पहले थोड़ा मेरा नाम होने दो।
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सब कुछ रखता हूँ मैं लेकिन खामोशियों से, सीखी है ये बात मैं किताबों की अल्फाजों से।
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ज़िंदगी जी कर गुज़ारो काट कर नहीं।
=> 09 - Simple Shayari On Beauty
ये दुनिया नहीं बल्कि एक व्यापार है, और इसका सबसे अच्छा व्यापारी मैं बनूँगा।
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जमाने में सौदा नहीं, आजकल सौदों पर जमाना है।
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ज़िंदगी हर किसी को आजमाती है, जो संभल जाता है वो चमक जाता है।
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आईना देख के समझने की कोशिश कर रहा हूँ, आज मैं अपने आप को जानने की कोशिश कर रहा हूँ, ज़िंदगी यूँ कांच की तरह तोड़ कर तबाह कर ली, आज टूटे हुए टुकड़ो को समटने की कोशिश कर रहा हूँ।
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मुझे ज़िंदगी के इम्तिहान में सफल होना है, स्कूल और कॉलेज में तो सब सफल होते है।
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आज की दुनिया में मासूमियत को बेवकूफी समजी जाती है।
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ज़िंदगी से शर्त बस इतनी सी है की, कोई शर्त ना हो।
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कुछ यूँ अपने आप से मिलने का तरीका ढूंढ रहे है। इस ज़िंदगी से दूर जाने का बहाना ढूंढ रहे है।
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तू ना सही पर तेरी यादें तो होनी चाहिए, तेरे इस शहर में, हम गरीबों के लिए भी थोड़ी जगह तो होनी चाहिए।
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"ज़िंदगी से मेरा एक तरफा इश्क़ चल रहा है, पता नहीं और कितना वक़्त लगेगा साथ आने में।"
=> 10 - Simple Shayari For Girl
कोशिश बहुत की के राज-ए-मोहब्बत बयां न हो,
पर मुमकिन कहां है के आग लगे और धुंआ न हो..!!
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भूल जाऊं मैं तुम्हे, लोग मुझसे ये आसानी से कह देते हैं,
शायद खेल समझते हैं इश्क़ को वो, इसलिए इसे मुंह ज़ुबानी कह देते हैं।
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भूल जाऊं मैं तुम्हे, लोग मुझसे ये आसानी से कह देते हैं,
शायद खेल समझते हैं इश्क़ को वो, इसलिए इसे मुंह ज़ुबानी कह देते हैं।
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मै क्या बताऊं कैसी परेशानियों में हूं,
काग़ज़ की एक नाव हूं और पानियों में हूं.!
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सोचा नही था जिंदगी में ऐसे भी फसाने होंगे,
रोना भी जरूरी होगा और आसूं भी छुपाने होंगे।
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बे-नाम सा ये दर्द ठहर क्यों नही जाता,
जो बीत गया है वो गुज़र क्यों नही जाता।
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बंदगी की और मोहब्बत को खुदा लिखा,
बस यही वजह थी कि वो शख्स मुझसे जुदा मिला।।
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हजारों ख्वाहिश ऐसी कि हर ख्वाहिश पे दम निकले,
बहुत निकले मिरे अरमान लेकिन फिर भी कम निकले।।
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गुलों में रंग भरे बाद-ए-नौ-बहार चले
चले भी आओ कि गुलशन का कारोबार चले।।
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धीरे धीरे ढलते सूरज का सफ़र मेरा भी है
शाम बतलाती है मुझ को एक घर मेरा भी है।।
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